जब हम रेडिएशन के प्रभाव की बात करते हैं, तो इंसानों सहित अधिकांश जीव-जंतु इसके संपर्क में आने पर गंभीर नुकसान झेलते हैं। लेकिन प्रकृति में कुछ ऐसे अजीबोगरीब जीव भी हैं जो रेडिएशन के खतरनाक स्तर को झेलने की क्षमता रखते हैं। आइए जानते हैं उन 8 कीड़ों के बारे में जो घातक रेडिएशन में भी जिंदा रह सकते हैं।
1. तारडीग्रेड (Tardigrade) – पानी का भालू
तारडीग्रेड को दुनिया का सबसे कठोर जीव माना जाता है। यह अत्यधिक तापमान, निर्वात (स्पेस में), और घातक रेडिएशन को भी सहन कर सकता है। यह डीएनए को रिपेयर करने की अनोखी क्षमता रखता है, जिससे यह 5,000 से 6,000 ग्रे (Gy) तक के रेडिएशन को सहन कर सकता है। (तुलना के लिए, इंसानों के लिए 5 ग्रे घातक हो सकता है।)
2. कॉकरोच (Cockroach) – परमाणु हमले का सर्वाइवर
कॉकरोच को दुनिया का सबसे जीवट कीड़ा कहा जाता है, और यह काफी हद तक सही भी है। ये 1,000 ग्रे तक के रेडिएशन को सहन कर सकते हैं, जबकि इंसान मात्र 4-5 ग्रे रेडिएशन से मर सकते हैं। जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु हमले के बाद भी कई जगहों पर कॉकरोच जीवित पाए गए थे।
3. फल मक्खी (Drosophila melanogaster)
वैज्ञानिक प्रयोगों में सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली यह मक्खी रेडिएशन के खिलाफ मजबूत प्रतिरोधी क्षमता रखती है। यह 1,500 से 2,000 ग्रे तक रेडिएशन झेल सकती है। इसकी कोशिकाएं डीएनए की मरम्मत बहुत तेजी से कर सकती हैं, जिससे यह रेडिएशन से होने वाले नुकसान को सहन कर पाती है।
4. फ्लोर बीटल (Tribolium castaneum)
गेहूं और अनाज में पाए जाने वाले ये बीटल्स 4,000 से 5,000 ग्रे तक के रेडिएशन को झेल सकते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, इनकी कोशिकाओं में मौजूद विशेष प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स इन्हें रेडिएशन से बचाते हैं।
5. डार्कलिंग बीटल (Tenebrionidae Family)
यह बीटल अत्यधिक शुष्क परिस्थितियों और घातक रेडिएशन को सहन कर सकता है। इनका शरीर एक विशेष सुरक्षात्मक कोटिंग से ढका होता है, जो इन्हें रेडिएशन के प्रभाव से बचाने में मदद करता है।
6. ब्रैकॉनिड ततैया (Braconidae Wasp)
यह छोटी ततैया रेडिएशन के संपर्क में आने पर भी जीवित रह सकती है। शोधकर्ताओं ने पाया है कि यह 1,800 ग्रे तक के रेडिएशन को झेल सकती है। इसका कारण यह है कि इसके डीएनए मरम्मत करने की क्षमता बहुत तेज होती है।
7. डर्मेस्टिड बीटल (Dermestidae Family)
यह बीटल्स, जिन्हें “कैरियन बीटल” भी कहा जाता है, रेडिएशन के खिलाफ उच्च सहनशक्ति रखते हैं। ये 3,000 ग्रे तक रेडिएशन झेल सकते हैं और अपनी कोशिकाओं को जल्दी रिकवर कर सकते हैं।
8. मेलोलोंथा ग्रब (May Beetle Larvae)
मई बीटल के लार्वा में रेडिएशन के प्रति आश्चर्यजनक सहनशक्ति होती है। ये अपने विशेष प्रोटीन और कोशिकीय पुनर्जनन की वजह से रेडिएशन से कम नुकसान झेलते हैं और जल्दी रिकवर कर सकते हैं।
ये कीड़े रेडिएशन से कैसे बचते हैं?
- डीएनए मरम्मत क्षमता – इनमें डीएनए को खुद से रिपेयर करने की विशेष शक्ति होती है।
- सुरक्षात्मक बाहरी ढांचा – कुछ कीड़ों के शरीर पर एक खास तरह की कोटिंग होती है जो रेडिएशन को अवशोषित करने से बचाती है।
- आंतरिक एंटीऑक्सीडेंट्स – ये कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव डैमेज से बचाने में मदद करते हैं।
- धीमा मेटाबोलिज्म – कुछ कीड़े अपने चयापचय (मेटाबोलिज्म) को धीमा कर लेते हैं, जिससे वे लंबे समय तक कठोर परिस्थितियों में बच सकते हैं।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. क्या सच में कॉकरोच परमाणु हमले से बच सकते हैं?
हाँ, कॉकरोच अत्यधिक रेडिएशन को सहन कर सकते हैं, लेकिन वे पूर्ण रूप से अमर नहीं होते। अगर रेडिएशन बहुत ज्यादा हो तो वे भी मर सकते हैं।
2. तारडीग्रेड को मारना संभव है?
तारडीग्रेड बहुत कठोर जीव हैं, लेकिन अगर उन्हें बेहद उच्च तापमान (150°C से अधिक) या लंबे समय तक अत्यधिक दबाव में रखा जाए, तो वे मर सकते हैं।
3. वैज्ञानिक रेडिएशन-प्रतिरोधी कीड़ों का अध्ययन क्यों करते हैं?
ये कीड़े रेडिएशन प्रतिरोध के कारण वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए उपयोगी हैं। इससे हमें यह समझने में मदद मिलती है कि कैसे डीएनए की मरम्मत होती है और यह भविष्य में स्पेस मिशन और कैंसर उपचार में उपयोगी हो सकता है।
4. कौन सा जीव सबसे ज्यादा रेडिएशन सहन कर सकता है?
तारडीग्रेड इस मामले में सबसे आगे हैं, क्योंकि वे 5,000 से अधिक ग्रे रेडिएशन झेल सकते हैं और अंतरिक्ष में निर्वात में भी जीवित रह सकते हैं।
निष्कर्ष
प्रकृति में ऐसे कई अद्भुत जीव हैं जो रेडिएशन जैसी विनाशकारी चीजों को भी सहन कर सकते हैं। ये कीड़े हमें यह दिखाते हैं कि जीवन किस तरह से कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी जीवित रह सकता है। क्या आपको इनमें से किसी कीड़े के बारे में पहले पता था? हमें कमेंट में बताएं!