अंतरिक्ष हमें हमेशा से रहस्यमयी और रोमांचक लगता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वहां ऐसी कई चीज़ें हैं जो पृथ्वी पर सामान्य लगती हैं, लेकिन अंतरिक्ष में असंभव हैं? आइए जानते हैं उन 5 चीजों के बारे में, जो अंतरिक्ष में मुमकिन नहीं हैं।
1. आग जलाना (Burning Fire)
पृथ्वी पर आग जलाने के लिए ऑक्सीजन, ईंधन और गर्मी की जरूरत होती है। लेकिन अंतरिक्ष में माइक्रोग्रैविटी और ऑक्सीजन की कमी के कारण आग जलाना लगभग असंभव है।
- अंतरिक्ष में कोई स्थिर ज्वाला (steady flame) नहीं बनती।
- अंतरिक्ष स्टेशन में प्रयोगों के दौरान छोटी-छोटी ज्वालाएं देखी गई हैं, लेकिन वे गोलाकार होती हैं और अलग तरह से जलती हैं।
- बिना गुरुत्वाकर्षण के, गर्म हवा ऊपर नहीं उठती, जिससे आग का सामान्य रूप से जलना संभव नहीं होता।
2. आंसू गिराना (Crying Normally)
अगर आप अंतरिक्ष में रोएं, तो आपके आंसू आपकी आंखों से नीचे नहीं गिरेंगे!
- माइक्रोग्रैविटी के कारण आंसू गालों पर लुढ़कने के बजाय आंखों के आसपास ही जमा हो जाते हैं।
- अंतरिक्ष यात्री कहते हैं कि यह काफी असहज महसूस होता है, क्योंकि आंसू आपकी आंखों में ही चिपके रहते हैं और उन्हें पोंछना मुश्किल हो जाता है।
3. सही तरीके से नींद लेना (Sleeping Comfortably)
अंतरिक्ष यात्री सो तो सकते हैं, लेकिन वह अनुभव वैसा नहीं होता जैसा पृथ्वी पर होता है।
- माइक्रोग्रैविटी में बिस्तर या तकिया जैसा कुछ नहीं होता, इसलिए वे सोने के लिए विशेष स्लीपिंग बैग में खुद को बांधते हैं।
- शरीर बिना किसी सहारे के तैरता रहता है, जिससे सोते समय असहज महसूस हो सकता है।
- अंतरिक्ष में सूरज हर 90 मिनट में एक बार उगता और अस्त होता है, जिससे शरीर की प्राकृतिक नींद चक्र (circadian rhythm) प्रभावित होती है।
4. सीटी बजाना (Whistling Normally)
पृथ्वी पर हम आसानी से सीटी बजा सकते हैं, लेकिन अंतरिक्ष में यह करना मुश्किल होता है।
- अंतरिक्ष के निर्वात (vacuum) में ध्वनि यात्रा नहीं कर सकती, इसलिए यदि आप बाहरी अंतरिक्ष में सीटी बजाने की कोशिश करें, तो कोई आवाज़ नहीं निकलेगी।
- हालांकि, अंतरिक्ष यान या अंतरिक्ष स्टेशन के अंदर हवा मौजूद होती है, इसलिए वहां पर सीटी बजाना संभव है।
5. खाने का स्वाद महसूस करना (Tasting Food Properly)
अंतरिक्ष में जाते ही आपका स्वाद बदल सकता है!
- माइक्रोग्रैविटी के कारण शरीर में तरल पदार्थ सिर की ओर बढ़ने लगते हैं, जिससे नाक बंद हो जाती है और स्वाद का एहसास कम हो जाता है।
- अंतरिक्ष यात्री कहते हैं कि अंतरिक्ष में भोजन का स्वाद फीका लगता है, इसलिए वे मसालेदार और तीखे खाने को ज्यादा पसंद करते हैं।
- नासा के कई अंतरिक्ष यात्रियों ने बताया है कि उन्हें अंतरिक्ष में टबैस्को सॉस और झटपट नूडल्स जैसे तीखे खाद्य पदार्थ ज्यादा स्वादिष्ट लगते हैं।
अंतरिक्ष में रहना आसान नहीं!
अंतरिक्ष एक अलग ही दुनिया है, जहां हमारे रोजमर्रा के अनुभव पूरी तरह बदल जाते हैं। वहां रहना विज्ञान और तकनीक के सहारे ही संभव हो पाता है। अंतरिक्ष यात्री इन सभी कठिनाइयों के बावजूद नए-नए रहस्यों को उजागर करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
आपको क्या लगता है?
अगर आपको मौका मिले, तो क्या आप अंतरिक्ष में जाना चाहेंगे? हमें कमेंट में बताएं! 🚀
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
1. क्या अंतरिक्ष में सांस लेना संभव है?
नहीं, बाहरी अंतरिक्ष में हवा नहीं होती, इसलिए वहां बिना स्पेससूट के सांस लेना असंभव है।
2. क्या अंतरिक्ष में खाना बनाना संभव है?
नहीं, माइक्रोग्रैविटी के कारण खाना पकाना आसान नहीं होता, इसलिए अंतरिक्ष यात्री पहले से तैयार किया गया या फ्रीज-ड्रायड (freeze-dried) भोजन खाते हैं।
3. क्या अंतरिक्ष में वजन होता है?
हां, लेकिन माइक्रोग्रैविटी के कारण वस्तुएं भारहीन महसूस होती हैं, जिससे वे हवा में तैरती हैं।
4. क्या अंतरिक्ष में आवाज सुनी जा सकती है?
बाहरी अंतरिक्ष में कोई माध्यम (जैसे हवा) नहीं होता, इसलिए वहां आवाज नहीं सुनी जा सकती।
5. क्या अंतरिक्ष यात्री बीमार पड़ते हैं?
हां, कुछ अंतरिक्ष यात्रियों को “स्पेस सिकनेस” हो सकती है, जिससे चक्कर और मतली महसूस हो सकती है।